🥙 DIET में किस तरह का खाना खाया जाता है और इसके क्या फायदे हैं ?

DIET में किस तरह का खाना खाया जाता है और इसके क्या फायदे हैं ? 🍱🍱🍱

भारत की बढ़ती हुई आबादी के साथ कई सारी समस्याएं भी बढ़ रही है। लोगों को पहले के समय पचास के उम्र में दवाएं लगती थी और आज के समय छोटे–छोटे बच्चे येक बार में दस–दस गोलियां खाते है। हां,यह बात सच है।


इस बातों से हम अनुमान लगा सकते है की,दिन ब दिन हमारी हेल्थ कितनी खराब हो रही है। आजकल लोग समय के अनुसार चलते है पर अपने शरीर की तरफ देखते ही नही।

शरीर जितना अच्छा होगा उतनी ही ताकत हमारे अंदर होगी। प्राचीन समय भारत में गुरु अपने शिष्य को कठोरता और शरीर का ज्ञान ज्यादा देते थे।

बदलती आदतों में सबसे ज्यादा नुकसान शरीर का हो रहा है। लोग जल्दी–जल्दी थक रहे है। बुढ़ापे में ज्यादातर थकान होती थी पर अब तीस साल से ही यह चालू होती है।

हमारे आहार में सबसे बड़ा बदलाव आया है। ज्यादातर मार्केट में स्वादिष्ट चीजे ही बिक रही है। यह स्वादिष्ट चीजे हमारे शरीर को जहर के समान है। कई कंपनिया गलत खाने के पदार्थ बनाकर मार्केट में बेच रही है। 


भारत में कुछ समय पहले अजीनोमोटो इसकी बड़ी चर्चा हो रही थी। अजीनोमोटो हमे कई पदार्थों में मिलता है जैसे की,चाइनीज वाकही खाने में यही पदार्थ लाजवाब होते है पर इसके नुकसान क्या है पता है आपको ?

अजीनोमोटो के कारण कुछ समय पहले कई लोगों को कैंसर हुआ था,लीवर और किडनी की बीमारियां भी हुई थी। हमारे शरीर में जिसकी भी ज्यादा मात्रा होती है,वह हमारे लिए बहोत हानिकारक होता है।

अजीनोमोटो ही अकेला बीमारियों का ठेका नही लेता है,इसके साथ जो भी ऑयली पदार्थ है जैसे वड़ापाव,बर्गर,पिज्जा यह भी हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाने है। मोटापे की बीमारी तो आजकल सभी लोगों में दिखती है। लोग मोटापे से बहोत परेशान है। अमेरिका और जापान जैसे विकसित देशों में मोटापा लोगों को परेशान कर रहा है।

इन कई सारे कारणों से में आपको डायट में किस तरह का खाना खाया जाता है,इसके बारे में बताऊंगा। डायट में जो हम खाना खाते है, वह खाना सबसे अच्छा माना जाता है। लोग कई बार डायट को बोलते है तब कहते है की,हमे वजन घटाना नही है इसलिए हम उसके बारे में ज्यादा सोचते नहीं है।


आप भी कई बार देखा करो की,जो भी डायट का प्लान होता है वह सबसे फायदेमंद आहार होता है। इसलिए में जो बाते बताऊंगा वह आपके वजन को भी प्रमाण में रहेगी और आपकी अच्छी हेल्थ को भी।

साधारणतः लोगों की समझ यह होती है की,डायट में कुछ खाना नही होता है। लोग अपने आप में कथा बना लेता है की,जब हम खायेंगे तो मोटे होंगे। कई बार डायट प्लान हमारे रोज के प्लैन से कई ज्यादा बड़ा होता है और पौष्टिक भी.

ज्यादातर बैठ के काम करने वाले लोग डायट प्लैन को बहोत ढूंढते है। हमारे भारतीय आयुर्वेद में लोग ज्यादातर सात्विक पदार्थों को खाना ही डायट मानते है। सात्विक यह शब्द प्राचीन समय का है और इसे ब्राह्मण लोग फॉलो करते थे। 

प्राचीन समय में ब्राम्हण सबसे बुद्दीवान माने जाते थे इस लिए उनके आहार में ज्यादा तीखा और ऑयली खाना नही होता था। जब हम क्षत्रिय लोगों का खाना देखते है,तब हमे उनके खाने मीट और तीखापन नजर आता है। जो जिस तरह का खाना खायेगा उसका शरीर भी वैसी ही बाते बाहर निकालेगा। थोडा इसपर सोच के देखो,यही सत्य भी हो रहा है।


सात्विक अन्न में सबसे शुद्ध आहार होता है। जैसे फल,ताजी सब्जियां,काजू–बादाम.🥙🧆🥙
हम जब क्या खाना नही है ये जब जानते है,तब हमे क्या खाना है यह भी पता चलता है। इसके बाद आपको कई भी डायट प्लैन खोजने की आवश्यकता नही है। 

अमेंरीका में ज्यादातर लोग किसी भी मौसम में कुछ भी खाते है। पैक किए हुए फल जैसे,आम,सब,संतरा यह पूरे साल वहां पर उपलब्ध रहते है। जब हम आयुर्वेद का अभ्यास करते है,तब हमे यह प्रिजर्व फूड खाने के नुकसान पता चलते है।

कई बातें हमे फ्रेश फूड और वेजीटेबल खाने की तरफ ही इशारा करती है। हमारे शरीर को सबसे ज्यादा प्रोटीन, फैट और कार्बोहाइड्रेट की आवश्यकता होती है। यह सभी अच्छी मात्रा में फलों में ही पाए जाते है। 

फलों को ज्यादा मात्रा में खाने का सबसे बड़ा फायदा यह है की,हमारा शरीर फिट रहता है। कही पदार्थों में ज्यादा फैट होता है और उसकी वजह से हम मोटे होने लगते है। 


मोटापे के कारण की में वजह खाना ही है। अगर आप आज से ही सात्विक यानी नेचर से मिले हुए पदार्थ जैसे ककड़ी और फल खाना चालू कर दे तो,आपको डायट पर ज्यादा ध्यान नहीं देना होगा। 

आपको अब तक बहोत बाते ज्ञान हुई होगी। किसी भी डायट प्लान को अप्लाई करने से पहले हम डायट क्यों कर रहे है ? और इसकी जरूरत मुझे क्यों पड़ रही है ? यह सबसे महत्वपूर्ण बाते आपको मैने समझाई है। आपके शरीर के संबंधी बहोत सारे प्रश्नों का उत्तर अब तक आपको मिल गया होगा। 

डायट करते समय आप हर रोज सुबह येक सफरचंद खा सकते है। येक सफरचंद और येक गिलास गरम पानी पीजिए। सफरचन्द नही हो तब भी सुबह उठकर गरम पानी है। 

डायट करते समय में कई प्रकार के योगासन करने के लिए नही कहता हूं सिर्फ आप हर रोज तेरा सूर्यनमस्कार करेंगे तो आपकी अच्छी तबियत हो जायेगी। 


कई लोगों की अलग–अलग आदतें होती है। जैसे कुछ लोग सुबह नाश्ता करते है और कुछ लोग दोपहर को। सुबह नाश्ता करना हमारे शरीर के लिए सबसे अच्छा होता है।
सुबह नाश्ते में ज्यादा नहीं खाना चाहिए। डायट करने वाले लोगों के लिए नास्ते में चना,भिगाए हुए मूंग सबसे अच्छे होते है। चना ताकत में बहोत असरदार होता है। चने से मसल्स बनने लगते है। यही कारण से हम घोड़े को चने ज्यादा खिलाते है। 

कुछ बादाम का सेवन भी सुबह नाश्ते में अच्छा हो सकता है। इसके अलावा भी कई सारे नास्ते है पर भारत में हमारी सभी माताएं हमे मैने बताए हुए नाश्ते ही उपलब्ध कर सकती है।  भारत में लोग इतना खाने पर ध्यान नहीं देते है बस अपनी जीभ का ही मानते है। 

कुछ लोग डायट में खाना कम भी करते है और कुछ दवाइयां भी लेते रहते है। आपको पौष्टिक आहार ही तंदूरुस्त बना सकता है,न की गोलियां।

आज के समय ऐलोपैथिक दवाओं का आसर कितना बढ़ गया हैं, पर समय के साथ लोग आयुर्वेद को ही अपनाना चाह रहे हैं। ऐलोपैथिक दवाएं शरीर के लिए अच्छी नहीं मानी जाती हैं।


ऐलोपैथिक दवाओं का साइड इफेक्ट ज्यादा होता हैं। इसके तुलना में जब हम आयुर्वेद को अपनाते हैं,तब हमे किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट झेलना नहीं पड़ता हैं। आयुर्वेद की दवाएं भी आसानी से अपने परिसर में प्राप्त हों जाती हैं। 

आयुर्वेद में दोपहर का होने वाला जो भी आहार है,वह आहार ज्यादा मात्रा में होना चाहिए। दोपहर को हमे हल्का कुछ नही खाना है। भारत में जो भी रेगुलर खाना होता है उसिको को ग्रहण करना सबसे अच्छा है। 
हर जगह दोपहर का खाना अलग–अलग है। कुछ लोग  भाकरी,चपाती,मांस,मछली,भात और भी कई अलग–अलग प्रकार का भोजन करते है। दोपहर में खाने के साथ दही का सेवन आपकी सेहत को स्वस्थ रखेगा। 

दोपहर के भोजन में खास कर हरी सब्जियां और गाजर,बिट,ककड़ी,अमरूद खाने से एनर्जी और फैट दोनो मेंटेन रहते है। आपका डायट प्लान टीवी में दिखता हो वैसा जरूरी नहीं है। हम भी उनका दिखावे का डायट प्लान इस्तेमाल करेंगे तो,पेट कम नही होगा पर वसा(चरबी) की मात्रा बहोत बढ़ जाएगी।

ज्यादातर लोग सोशल मीडिया पर ये खाओ,वह खाओ,यह खाना बंद करो येसी बाते करते है। वह हमारे आम जिंदगी में फिट भी नही बैठती नही है। हमारे भारत देश में येक तो समय नही रहता है, या तो हमारे पास पैसे नहीं होते है।


इन सभी बातों से आपको फिट रहने का येक आसान तरीका तो समझ आया होगा। जिसे हमारे पूर्वज खाना खाते थे वैसाही खाना हमे खाना है। 

आप रात को खिचड़ी या कोई भी नरम चीज खा सकते है। 
रात में हमे कुछ काम भी नहीं होता है और सोना भी होता है। ज्यादा मात्रा में कैलोरी लेंगे तो वह फैट ही बन जायेगा। आपके शरीर में फैट को स्टोअर करने वाली ऊती होती है जो की,मोटापे का कारण होती है।

डायट करते समय रात में ज्यादातर डाल और भात ही खाइए। दोपहर में भात न भी हो तो चलेगा। ज्यादा से ज्यादा सुबह कैलोरी बर्न कीजिए। सभी कैलोरी को जलाने के लिए तेरा या पंधरा सूर्यनमस्कार काफी है। बाद में आपको खुद ही बदल नजर आएगा।

एखाद दिन हमारा डायट प्लान फॉलो करने का मन नहीं होता हैं। तब आप निश्चिंत होकर कुछ भी खाइए पर सुबह के तेरा सूर्यनमस्कार जरूर कीजिए। सूर्यनमस्कार की महत्वता हमारे कई प्राचीन ग्रंथों में बताई गई है। इसमें सभी आसन सम्मिलित है।


डायट में क्या खाएं यह कई बार महत्वपूर्ण नही होता,लेकिन क्या–क्या करना जरूरी है यह महत्वपूर्ण है। मैने नीचे कई सारी प्रोटीन,कार्बोहाइड्रेट और मिनरल्स से भरी हुई चीजे दी है। इन चीजों का सेवन भी करते रहे। 

1) तुलसी का सेवन 



2) पालक की सब्जी 



3) खजूर दोपहर को 



4) दोपहर नींद आते समय कॉफी 



5) स्ट्रॉबेरी का सेवन हफ्ते में तीन चार बार अगर उपलब्ध हो तो।



6) संतरा सिर्फ उसके सीजन में खाइए



7) देशी घी हफ्ते में सिर्फ पांच या छे बार 



8) क्वाटेज चीज 



9) सलाद हर रोज दोपहर हो तो बेहतर



10) अंडा ज्यादातर सैटरडे और सन्डे पर खाइए



11) बदाम



12) बदाम न हो तो कच्ची मूंगफली खाइए सुबह 



13) मूंग को सुबह नाश्ते में खाइए



14) दही प्रोबायोटिक्स से भरा होता है



15) ग्रीन टी सुबह नाश्ते के बाद



16) नीमू



17) शहद



18) मटर की सब्जी



19) गाजर 



20) कच्ची मेथी की सब्जी का सेवन



21) फाइबर से भरा केला



22) शिमला मिर्च 



इन दिए गए सभी चीजों में से आप कुछ न कुछ हर रोज खा रहे हो तो आप डायट पर ही है यह समझे। 🍜 आपको सही प्रकार का डायट का भोजन क्या लिया जाता है यह जरूर समझ में आया होगा। 

आपकी जो भी समस्या है वह हमे कमेंट करके बता सकते है। अच्छा लगा हो तो दोस्तों को भी भेजा करिए।

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